काम का पता नहीं और मनरेगा में हवा में दिखा कर ले लिया गया 125000 जांच शुरू

ठेठईटांगर:- सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक मनरेगा योजना है जिसके तहत सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को प्रत्येक दिन काम की तलाश में न भटकना पड़े इसके लिए पंचायत क्षेत्र में ही रोजगारो का सृजन किया जाता है ताकि यहां पर इसका लाभ मिल सके लेकिन इधर मामला ऐसे भी सामने आ रहे हैं जहां पर बिना काम कराए फर्जी मास्टर रोल तैयार कर सरकारी राशि गबन करने की शिकायत क्षेत्र में मिल रही है ।मामला पाइकपारा पंचायत की है जहां पर देवबाहर गिडरा गांव में मनरेगा योजना के तहत मोरम रोड जोकि भूषण डुंगडुंग गिंडरा से गढाटोली कोंनसेरा सीमा तक 1 किलोमीटर तक का योजना जिसकी प्रकाशित राशि ₹493000 है जिसमें एक लाख 25 हजार रुपए कार्य प्रगति पर दिखाते हुए फर्जी मास्टर रोल तैयार करते हुए राशि की निकासी कर ली गई है ।जबकि मनरेगा वॉच की टीम ने 28 दिसंबर को जब यहां पर जांच कराया तो वहां पर किसी प्रकार का कार्य नहीं पाया गया जबकि 18 मजदूरों का नाम 25 अक्टूबर से 23 दिसंबर तक कुल ₹125000 की फर्जी निकासी कर ली गई है ।इस योजना का मास्टर रोल 24 दिसंबर से 4 जनवरी तक 10 मजदूरों के नाम से सृजित की गई है जबकि इन दिनों में इस योजना में एक भी मजदूर कार्य नहीं कर रहे हैं। मनरेगा वाच के स्टेट से जेम्स हैरेंज में सिमडेगा उप विकास आयुक्त को पत्र भेजते हुए मनरेगा की धारा 29 में उल्लेखित प्रावधानों के तहत सक्षम पदाधिकारी एवं इसमें शामिल कर्मियों के ऊपर कार्रवाई करने की मांग की है।

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